
कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया पर छाया हुआ है और पूरी दुनिया में इससे बचने के लिए लगातार उपाय ढूंढे जा रहे हैं. भारत समेत कई देश इसमें लगे हुए हैं. इसी बीच चेन्नई में एक डॉक्टर ने कोरोना वायरस के इलाज के लिए दवा बनाई और पहले खुद पर उस दवा का परीक्षण किया , लेकिन परीक्षण के दौरान ही उनकी मौत हो गई.
यह घटना चेन्नई की है, यहां पेरुंगुडी के रहने वाले शिवनेसन एक आयुर्वेदिक उत्पादन कंपनी के साथ फार्मासिस्ट और प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में काम कर रहे थे, जो कफ सीरप के लिए प्रसिद्ध है.
कोरोना वायरस से निपटने के लिए शिवनेसन और उनके बॉस राजकुमार एक दवा खोजने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कोरोना के लिए जो दवा बनाई उसे खुद अपने ही ऊपर टेस्ट करने लगे. राजकुमार ने उस दवा की कुछ बूंदें पी लीं और शिवनेसन ने ज्यादा मात्रा में उसका सेवन कर लिया.
दवा का सेवन करते ही वे दोनों बेहोश हो गए. उन दोनों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया. शिवनेसन की अस्पताल में मौत हो गई, जबकि राजकुमार की हालत स्थिर बताई जा रही है और उनका इलाज चल रहा है. मामले में पुलिस की टीम भी जांच कर रही है.
पूरी दुनिया कोरोना वायरस की वैक्सीन को लेकर परेशान है. अभी तक कोई भी देश इससे लड़ने के लिए वैक्सीन नहीं खोज पाया है. ये अलग बात है कि तमाम देश इसे बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं.
चीन ऐसा पहला देश है जहां कोरोना वैक्सीन का ट्रायल दूसरे चरण में है. चीन के वैक्सीन विकास कार्यक्रम पर पूरी तरह से चीन की फौज यानी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) का नियंत्रण है. अमेरिका में भी वैक्सीन बनाने का काम जोरों पर चल रहा है.